भारत में रेप केस बढ़ने के कारण हैं सरकार द्वारा रेपिस्टों को सजा न दिलवाना। रेपिस्ट की जाति ,धर्म ,व उसका राजनैतिक कनेक्शन देख कर पुलिस का केस रजिस्टर्ड करना।
ज्यादातर केसों में पुलिस जति देखकर रेप केस रजिस्टर ही नहीं करती है अगर पीड़िता दलित है और अपराधी स्वर्ण है। पुलिस अपराधी से मिल जाती है और दलित पीड़िता को धमकाकर उसको भगा देते हैं कुछ केसों में तो रेपिस्ट रेप करने के बाद हत्या तक कर देते हैं उसके बावजूद भी पुलिस न्याय दिलवाने की बजाय रेपिस्ट को बचाने की कोशिश ज्यादा करते हैं हाथरस,फरुखाबाद रेप व् हत्या केस इसके उदाहरण हैं जहाँ पुलिस पीड़ितों को ही धमका रही होती है।
दूसरा कारण है राजनैतिक। कुछ राजनेता रेप करते हैं लेकिन रुतबे के कारण यहाँ भी पुलिस रेप केस रजिस्टर नहीं करती है उल्टा पीड़िता को धमकाया जाता है यहाँ तक कि उनकी हत्या तक कर दी जाती है फिर भी रेपिस्ट बच जाते हैं। उन्नाव में कुलदीप सेंगर ने पीड़िता के परिवार वालों को मरवा दिया , बीजेपी सांसद चिमयानन्द , बीजेपी से जुड़ा बाबा राम रहीम , ब्रज भूषण जैसे रेपिस्ट खुले घूम रहे हैं। क्यों कि बीजेपी सरकार उन्हें बचा रही है।
जब सरकार ही रेपिस्ट को बचाएगी तो रेप कैसे रुक सकते हैं ?
रेप तो रोके जा सकते हैं जब पुलिस निष्पक्ष होकर जाँच करे और न्यायधीश भी जाति और राजनीत न देखे सही न्याय करे और अपराधी को फांसी की सजा मिले।
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